Aamacha Vidarbha Aamacha Vidarbha Author
Title: न्यूज पोर्टल प्रकाशक क्यों हो रहे गुस्से का शिकार - जेष्ठ अधिवक्ता फिरदौस मिर्जा
Author: Aamacha Vidarbha
Rating 5 of 5 Des:
न्यूज पोर्टल प्रकाशक क्यों हो रहे गुस्से का शिकार - जेष्ठ अधिवक्ता फिरदौस मिर्जा डिजिटल मिडिया पत्रकारों ने सीखीं पत्रकारिता की बारीकियां  ड...
न्यूज पोर्टल प्रकाशक क्यों हो रहे गुस्से का शिकार - जेष्ठ अधिवक्ता फिरदौस मिर्जा
डिजिटल मिडिया पत्रकारों ने सीखीं पत्रकारिता की बारीकियां 
डिजिटल मिडिया असोसिएशन का दो दिवसीय अधिवेशन संपन्न
दीपक शर्मा द्वारा
चंद्रपुर -
        पत्रकारिता का रास्ता कभी आसान नहीं था और न आज है. पत्रकारों के अंदर क्रिएटिविटी और बदलते दौर के साथ कुछ नया करने की क्षमता है, तब ही आप इस क्षेत्र में टिक सकते हैं. पहले किसीके विरोध में अखबार में खबर छपती थी तो उसका गुस्सा शाम तक ठंडा हो जाया करता था लेकिन अब न्यूज पोर्टल किसीके विरोध में खबर चलाते है तो एक के पीछे खबरे चलाते है जिससे, जिसके विरोध के खबरे है उसका गुस्सा शांत होने की बजाय शाम तक बढ़ जाता है जिस वजह से न्यूज पोर्टल प्रकाशक गुस्से का शिकार हो रहे है उक्त प्रतिपादन जेष्ठ अधिवक्ता फिरदौस मिर्जा (Firdos Mirza) ने किया वह डिजिटल मिडिया असोसिएशन चंद्रपुर गडचिरोली तथा डिजिटल मिडिया पब्लिशर एंड न्यूज़ पोर्टल ग्रीवेंस कौंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा आयोजित दो दिवसीय अधिवेशन के उद्घाटन के समय बोल रहे थे. 
(Digital Media Assosiation Chandrapur Gadchiroli, Digital Media Publisher and news portal grievance counsil of india)

        डिजिटल मिडिया असोसिएशन चंद्रपुर गडचिरोली तथा डिजिटल मिडिया पब्लिशर एंड न्यूज़ पोर्टल ग्रीवेंस कौंसिल ऑफ़ इंडिया का दो दिवसीय अधिवेशन (two day session) दि. 19 एंव 20 नवंबर को एल्गार प्रतिष्ठान चितेगाव मूल में संपन्न हुवा. इस दो दिवसीय अधिवेशन में बतौर अतिथि अँड डॉ. कल्याणकुमार, अँड आनंद देशपांडे, अँड. फरहाद बेग, श्रमिक एल्गार की अध्यक्षा पारोमिता गोस्वामी, झी 24 तास के प्रतिनिधि आशीष अंबाडे, अमित व्हेल्हेकर, आनंद आंबेकर, जितेंद्र चोरडिया आदी प्रमुखता से उपस्थित थे. 

        अँड डॉ. कल्याणकुमार, अँड आनंद देशपांडे, अँड. फरहाद बेग, श्रमिक एल्गार की अध्यक्षा पारोमिता गोस्वामी, झी 24 तास के प्रतिनिधि आशीष अंबाडे, अमित व्हेल्हेकर ने अपने विचार रखें. आशीष अंबाडे ने कहा आज का युग प्रतियोगिता का युग है. पोर्टल धारक अपने प्रतिस्पर्धी से पाठकों को शीघ्र खबर देने के चक्कर में आधी अधूरी ही जानकारी दे देते है. फिर उसका बादमे अपडेट भी नहीं देते जिससे खबर की गंभीरता पल भर में खो जाती है. लेकिन इस लहजे में समाचार की पिछली खबर को भुला दिया जाता है, ऐसा मार्गदर्शन किया. 

        अँड डॉ. कल्याणकुमार ने कहा पत्रकार निष्पक्ष एवं तथ्यों के आधार पर पत्रकारिता करें, जिससे समाज में पत्रकारों की और विश्वसनीयता बढ़ेगी. खोजी पत्रकारिता से असलियत को उजागर किया जा सकता बशर्ते उसके पुख्ता सबूत पत्रकारों ने अपने पास संजोये रखने चाहिये. (adv. kalyankumar) अँड आनंद देशपांडे, अँड. फरहाद बेग, श्रमिक एल्गार की अध्यक्षा पारोमिता गोस्वामी, अमित व्हेल्हेकर, आनंद आंबेकर ने भी मार्गदर्शन किया. 

        उपस्थित डिजिटल मिडिया पत्रकारों ने जेष्ठ पत्रकारों से पत्रकारिता की बारीकियां सीखने तथा वरिष्ठ अधिवक्ताओंसे क़ानूनी परामर्श लेने के बाद रात में गीत गायकी का भी आनंद लिया. अपनी कलम से जनमानस की समस्याओंको उठाने वाले पत्रकारों के अंदर में छिपे गायक नजर आये.  अधिवेशन में चंद्रपुर, गडचिरोली के 50 के आसपास डिजिटल मिडिया पत्रकार उपस्थित थे. सफलतार्थ डिजिटल मिडिया असोसिएशन चंद्रपुर गडचिरोली तथा डिजिटल मिडिया पब्लिशर एंड न्यूज़ पोर्टल ग्रीवेंस कौंसिल ऑफ़ इंडिया के पदाधिकारियों ने सहयोग किया. 

Advertisement

टिप्पणी पोस्ट करा

Thanks for your response, We will reply you soon, You haven't followed Aamcha Vidarbha yet, you follow Aamcha Vidarbha now.

 
Top