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Title: ज्ञान ही सबसे बड़ी संपत्ति, विद्यार्थियों को मिला प्रेरणादायी संदेश
Author: Aamacha Vidarbha
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ज्ञान ही सबसे बड़ी संपत्ति, विद्यार्थियों को मिला प्रेरणादायी संदेश चंद्रपुर में सकल ब्राह्मण समाज द्वारा मेधावी विद्यार्थी सत्कार समारोह आय...
ज्ञान ही सबसे बड़ी संपत्ति, विद्यार्थियों को मिला प्रेरणादायी संदेश
चंद्रपुर में सकल ब्राह्मण समाज द्वारा मेधावी विद्यार्थी सत्कार समारोह आयोजित
आमचा विदर्भ - दीपक शर्मा
चंद्रपुर (दि. 26 ऑगस्ट 2025) -
        हिंदी ब्राह्मण समाज बहुउद्देशीय संगठन चंद्रपुर द्वारा सकल ब्राह्मण समाज गुणवंत विद्यार्थी सत्कार समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं भगवान परशुराम की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण से हुई। इसके बाद सभी अतिथियों का स्वागत शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर किया गया। (Sakal Brahmin Samaj Chandrapur) संस्था अध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार तिवारी ने प्रास्ताविक भाषण में कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं और समाज की ओर से मिलने वाला सम्मान उनके आत्मविश्वास को मजबूत करता है। गो विज्ञान केंद्र, देवलापार के कार्याध्यक्ष डॉ. हेमंत जांभेकर ने कहा कि जो समाज को शिक्षित करता है वही सच्चा ब्राह्मण है। आज आवश्यकता है कि हम देश, गौ माता और ब्राह्मण समाज को समृद्ध करें। डॉ. राकेश पांडे (MBBS, MD, DNB, नागपुर) ने कहा कि ज्ञान ही सबसे बड़ी संपत्ति है और ज्ञान के आधार पर ही समाज व राष्ट्र का उत्थान संभव है। घुग्घुस भाजपा शहर अध्यक्ष संजय तिवारी ने कहा कि विद्यार्थियों के संस्कार और शिक्षा ही समाज की नींव मजबूत करते हैं। रेल मंत्रालय, दिल्ली NRUSC सदस्य अजय दुबे ने कहा कि ब्राह्मण समाज की प्रगति संगठन और आत्मचिंतन में है। सत्कार मूर्ति हिंदी सिटी हाई स्कूल एवं कनिष्ठ महाविद्यालय, चंद्रपुर की प्राचार्या सौ. कविता राजेश मिश्रा ने कहा कि शिक्षा, संस्कार और सेवा का समन्वय ही विद्यार्थी जीवन को सार्थक बनाता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता मथुरा प्रसाद पांडे ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्कारित समाज का निर्माण ही वास्तविक परिवर्तन की दिशा में पहला कदम है। इस अवसर पर रजनीश तिवारी, आलोक त्रिपाठी, विक्रम मोहन पांडे तथा डॉ. विनोद कुमार तिवारी का भी स्वागत किया गया।

        कार्यक्रम में सौ. पूनम झा ने कथक नृत्य प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। वहीं कु. गौरी शैलेन्द्र शुक्ला ने ‘रश्मिरथी’ काव्यखंड का प्रभावी पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। संचालन आशीष झा ने किया और आभार प्रदर्शन धीरेन्द्र मिश्र ने किया। आयोजन की सफलता में विभिन्न समितियों और कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा, जिनमें सुनीत मिश्र, देवेंद्र शुक्ल, राजा मिश्रा, मनीष पांडेय, राकेश तिवारी, राहुल शुक्ल, ओ.पी. पाठक और प्रकाश उपाध्याय प्रमुख रहे।इस समारोह में लगभग 45 गुणवंत विद्यार्थियों का सम्मान स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर किया गया। वरिष्ठ मार्गदर्शकों, अतिथियों, विद्यार्थियों और कार्यकर्ताओं के सहयोग से यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

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