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Title: देवदूत बनकर आयी पुलिस युवक को मौत के मुंह से निकाला
Author: Aamacha Vidarbha
Rating 5 of 5 Des:
देवदूत बनकर आयी पुलिस -  युवक को मौत के मुंह से निकाला सोशल मीडिया के माध्यम से हुई मदत अविनाश रामटेके - आमचा विदर्भ प्रतिनिधि विरुर स्टेशन ...
देवदूत बनकर आयी पुलिस - युवक को मौत के मुंह से निकाला
सोशल मीडिया के माध्यम से हुई मदत
अविनाश रामटेके - आमचा विदर्भ प्रतिनिधि
विरुर स्टेशन - 
आमजनों की सुरक्षा के साथ-साथ पुलिस इंसानियत का धर्म निभाकर लोगो का दिल भी जीत रही है, विरुर पोलिस थाना में महाराष्ट्र पुलिस का ऐसा रूप सामने आया है, यह काम किस पुलिस विभाग के क्षेत्र के अंतर्गत का है यह सवाल को पीछे छोड़ते हुए एक चलती हुई ट्रेन से नीचे गिरे हुए घायल युवक को अपनी खाकी के साथ मानवता का फर्ज निभाकर उस खून से लथपत घायल युवक की जान बचाकर अपना इंसानियत का प्रमाण दिया है.  
राजुरा तहसील अन्तर्गत बीती रात एक बिहार निवासी शैलेश कुमार राय जिला कैमूर उम्र ३५ चलती ट्रेन से विरूर स्टेशन के रेल प्लेटफार्म के नीचे गिरा जिसके चलते उसको गंभीर जखमी हुवा उसके सर पर मार लगने से और खून से लथपथ घायल स्थिति में रेल पटरी के बाजू में गिरा, सुबह मर्निग वॉक पर गए विरूर निवासी बन्नी पाला की घायल युवक पर नजर गई, इन्होंने तुरंत ही परिस्थिति का जायजा लिया और रेल विभाग के कर्मियों से संवाद साधा मगर रेल कर्मियोंकी उदासीनता देखकर पाला ने उस घायल युवक को जिंदा देखकर विरुर सिटी अपडेट व्हाट्सअप ग्रुप में उसकी तस्वीरें डाली और सोशल मीडियापर वायरल करके मदत की गुहार लगाई।  जिसके चलते विरुर पुलिस में कार्यरत हेड कांस्टेबल दिवाकर पवार ने यह देखकर दस मिनिट के अंदर इंसानियत का परिचय देते हुए अपनी टीम को लेकर घटना स्थलपर पहुंचे और विरूर गाव वालों की मदत से घायल को निजी वाहन में डालकर प्राथमिक स्वास्थ केंद्र विरुर लाकर उसका इलाज करवाया, हालांकि घायल युवक के सर पर ज्यादा मार होने की वजह से उसे उपजिला अस्पताल राजूरा रेफर किया गया. 
यह घटना रेल यार्ड के अंदर होने से उक्त घायल के उपचार की जिम्मेदारी रेलवे पुलिस विभाग की होती है, किन्तु समय रहते गंभीर रूप से घायल को महाराष्ट्र पुलिस के हेड कांस्टेबल दिवाकर पवार, विजू मुंडे, अतुल सहारे ने सही समयपर मानवता मानवताका परिचय देकर एक अपरिचित यूवक की जान बचाई, विरूर पुलिस के इस कार्य की सर्वत्र सहारना की जा रही है. 

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