Aamacha Vidarbha Aamacha Vidarbha Author
Title: विरुर और माणिकगढ के बीच रेलवे की तीसरी लाइन विद्युतीकरण के साथ शुरू
Author: Aamacha Vidarbha
Rating 5 of 5 Des:
विरुर और माणिकगढ के बीच रेलवे की तीसरी लाइन विद्युतीकरण के साथ शुरू  ग्रैंड ट्रंक रेलवे मार्ग : काजीपेट-बल्हारशाह तिहरीकरण और विद्युतीकरण पर...








  • विरुर और माणिकगढ के बीच रेलवे की तीसरी लाइन विद्युतीकरण के साथ शुरू 
  • ग्रैंड ट्रंक रेलवे मार्ग : काजीपेट-बल्हारशाह तिहरीकरण और विद्युतीकरण परियोजना
  • काजीपेट-बल्हारशाह के बीच कुल 84 किमी तीसरी लाइन की मिलेगी सुविधा
  • मानिकगढ़ स्टेशन कई सीमेंट और कोयला साइडिंग को जोड़ने वाला जंक्शन
  • इस सेक्शन की तीसरी लाइन के शुरू होने से माल और यात्री दोनों गाड़ियों का परिचालन हो सकेगा सुचारु
आमचा विदर्भ - ब्यूरो रिपोर्ट्स
राजुरा -
ग्रैंड ट्रंक रेल मार्ग में विरुर-मानिकगढ़ के बीच महत्वपूर्ण तीसरी लाइन परियोजना अर्थात काजीपेट-बल्हारशाह तिहरीकरण और विद्युतीकरण परियोजना जो तेलंगाना और महाराष्ट्र राज्यों को जोड़ती है का कार्य पूरा होने के साथ ही शुरू की गई है. 19.2 किलोमीटर तीसरी लाइन का कार्य और विद्यीकरण अब शुरू हो गया है. देश के दक्षिणी क्षेत्र को उत्तरी भागों से जोड़ने वाले ग्रैंड ट्रंक मार्ग के किनारे-किनारे स्थित काजीपेट-बल्हारशाह के बीच का सेक्शन एक महत्वपूर्ण रेल लिंक है.
दमरे पर काजीपेट-बल्हारशाह के बीच का सेक्शन तेलंगाना और महाराष्ट्र दोनों राज्यों में आता है. ग्रैंड ट्रंक मार्ग के अंतर्गत आने वाली इस मुख्य रेल मार्ग पर यात्री और माल यातायात दोनों में निरंतर वृद्धि देखी जा रही है, जिसके कारण यह मार्ग अति व्यस्ततम मार्ग की ओर बढ़ रहा है. इस महत्वपूर्ण सेक्शन पर भीड़ को कम करने के लिए, शुरूआत में वर्ष 2016 में राघवपुरम-मंदमर्रि के बीच 33 किलोमीटर का तीहरीकरण कार्य पूरा कर लिया गया है. यातायात को और आसान बनाने के लिए वर्ष 2015-16 में काजीपेट-बल्हारशाह सेक्शन के शेष भाग 202 किलोमीटर जिसमें तेलंगाना-159 किलोमीटर और महाराष्ट्र-43 किलोमीटर के तीहरीकरण और विद्युतीकरण कार्यों को 2,063 करोड़ रुपये अनुमानित लागत पर स्वीकृत किया गया. इसके हिस्से के रूप में पोटकपल्ली-राघवपुरम के बीच 31 किलोमीटर का कार्य पहले ही पूरा हो गया है.
अब, 43 किलोमीटर हिस्सा जो महाराष्ट्र राज्य आता है, उसमें से विरूर-मानिकगढ़ के बीच 19.2 किलोमीटर का तीसरी लाइन कार्य पूरा हो गया है, इससे इस क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा. विशेष रूप से मानिकगढ़ स्टेशन मध्य रेलवे के साथ अंतर-बदल बिंदु है तथा यह मानिकगढ़ स्टेशन के पास स्थित कई सीमेंट और कोयला साइडिंग को जोड़ने वाला जंक्शन है. इस सेक्शन की तीसरी लाइन के शुरू होने से माल और यात्री दोनों गाड़ियों के संचालन में सुसूत्रता आएगी.
दक्षिण मध्य रेलवे महाप्रबंधक श्री गजानन मल्लया ने सिकंदराबाद मंडल और निर्माण संगठन दोनों टीमों को बधाई दी, जिन्होंने तीहरीकरण और विद्युतीकरण कार्य पूरा किया. उन्होंने कहा कि काजीपेट-बल्हारशाह तीहरीकरण परियोजना के पूरा होने से इस व्यस्त मार्ग पर भीड़ कम होगी तथा प्रभावी ढंग से अधिक गाड़ियों के परिचालन में सुविधा होगी. इसी प्रकार, संपूर्ण परियोजना पर विभिन्न सेक्शनों में तीसरी लाइन के कार्यों का निष्पादन एक साथ किया जा रहा है तथा तेलंगाना और महाराष्ट्र दोनों क्षेत्रों के शेष हिस्सों में कार्य तेजी से प्रगतिपथ पर है.

Advertisement

टिप्पणी पोस्ट करा

Thanks for your response, We will reply you soon, You haven't followed Aamcha Vidarbha yet, you follow Aamcha Vidarbha now.

 
Top