राजस्थानी महिला मंडल ने अर्पित की श्रद्धांजलि
आमचा विदर्भ - दीपक शर्मा
राजुरा (दि. 30 दिसंबर 2024) -
राजस्थानी महिला मंडल की संस्थापक अध्यक्षा रम्भादेवी गोठी का निधन 2 दिसंबर को हो गया। उनकी स्मृति में राजस्थानी महिला मंडल राजुरा द्वारा श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उनके कार्यों और योगदान को याद किया गया। राजस्थानी समाज की महिलाओं के लिए उनके नेतृत्व में अनेकों कार्यक्रम किए गए। उन्हें राजस्थानी समाज की क्रांतिकारी महिला भी कहा जाता है। उन्होंने अपने समय में समाज की बड़ी बुजुर्ग महिलाओं से चर्चा कर तथा उन्हें विश्वास में लेकर घूँघट प्रथा को बड़े बुजुर्गो के सन्मुख उन्हें मान देने के लिए सर पर पल्लू रखने तक मना लिया था। बड़े बुजुर्गों का सन्मान तथा महिलाओं को भी घूँघट से मुक्ति उनकी दूरदर्शिता को दर्शाने वाला कदम था।
सामाजिक कार्यों में राजस्थानी महिला मंडल के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर कन्याओं की शादी में भेंट देने का कार्य भी प्रमुख है, जो आज भी जारी है। स्थानीय बस स्थानक पर शुरू की गई पानपोई स्वयंसेवी प्रयासों का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसे लगभग 25 साल पहले स्थापित किया गया था और जो आज भी अविरत शुरू है। राजस्थानी महिला मंडल ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई है, जिसमें श्रीमद भागवत कथा और साधु-संतों हो या जैन मुनियों का आगमन उनके नेतृत्व में अपनी जिम्मेदारियों का सर्वोत्कृष्ट निर्वहन किया। रम्भादेवी गोठी की सामाजिक गतिविधियाँ उनकी नेतृत्व क्षमता को दर्शाती हैं। उनकी बहुआयामी दृष्टि और महिलाओं के उत्थान के प्रति उनकी निष्ठा का समाज पर गहरा प्रभाव पड़ा है। उनके योगदान को याद करते हुए मंडल की सदस्यों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके कार्यों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में लता चांडक, मिष्टी मूनोद, आशा शर्मा ने अपने मनोगत व्यक्त किये। इस दौरान राजस्थानी समाज की वरिष्ठ महिला सौ. शांता देवी झंवर, लता चांडक, लक्ष्मी मुनोद, नीना गोठी, मीना चांडक, रानी बजाज, पुष्पा अटल, सुशीला सोनी, संगीता सारडा, दीपिका सारडा, पूनम सारडा, स्नेहा चांडक, अनिता झंवर, सरिता झंवर, स्वरुपा झंवर, संतोष झंवर, शोभा झंवर, वर्षा जैन, आशा शर्मा, उषा बजाज, सरिता शर्मा राजस्थानी महिला मंडल की सभी महिलाएं उपस्थिति थी।
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