Aamacha Vidarbha Aamacha Vidarbha Author
Title: मथुरा के प्रसिद्ध विश्राम घाट पर श्री यमुना महारानी का दिव्य चुनरी मनोरथ संपन्न
Author: Aamacha Vidarbha
Rating 5 of 5 Des:
राजुरा राजस्थानी महिला मंडल ने पूर्ण किया विशेष धार्मीक अनुष्ठान  राजस्थानी समाज की करीब 60 महिलाओं ने लिया सहभाग आमचा विदर्भ - धनराजसिंह शे...
राजुरा राजस्थानी महिला मंडल ने पूर्ण किया विशेष धार्मीक अनुष्ठान 
राजस्थानी समाज की करीब 60 महिलाओं ने लिया सहभाग
आमचा विदर्भ - धनराजसिंह शेखावत तालुका प्रतिनिधि
कोरपना -
        राजुरा राजस्थानी महिला मंडल द्वारा उत्तर प्रदेश के मथुरा मे आयोजित चुनरी मनोरथ महोत्सव (Chunari Manorath Festival) के अंतर्गत गुरुवार दि. 13 अप्रैल 23 को मथुरा के प्रसिद्ध विश्राम घाट पर श्री यमुना महारानी का दिव्य चुनरी मनोरथ संपन्न हुआ। राजस्थानी महिला मंडल राजुरा के अंतर्गत राजुरा, बल्लारपुर, नांदाफाटा, विरुर आदि विभिन्न जगह से राजस्थानी समाज की करीब 60 महिलाओं के समुह ने विशेष धार्मीक महत्त्व रखने वाले "चुनरी मनोरथ महोत्सव" में शामिल हुई. (Rajura Rajasthani Mahila Mandal completed special religious ritual)  (Shri Yamuna Maharani's Divine Chunari Manorath)

        चुनरी भारतीय परिधान का एक अभिन्न अंग है। किसी भी घरेलू उत्सव में अथवा विवाह, मंगनी जैसे पवित्र आयोजनों में स्त्रियों को सन्मान देने के लिए चुनरी ओढाने की रीत है। यह सुहागन का अधिकार है और दिव्य नारी सुलभ पवित्रता का प्रतीक भी है। मथुरा में आयोजित चुनरी मनोरथ अनुष्ठान में यमुना नदी पर यमुना नदी का श्याम वर्ण जल कृष्ण के श्याम वर्ण के समान है। यमुना उनकी आठ पत्नियों में से एक है और मथुरा में तो वह उनकी पटरानी है। साधारणतः यह अनुष्ठान परिवारजनों द्वारा या समूह मे किसी विशेष मनोरथ के लिए आयोजित किया जाता है अथवा किसी मनोकामना के पूर्ण होने पर कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए आयोजित किया जाता है। (Women of Rajasthani community took part) (Rajura)

        मथुरा के प्रसिद्ध भागवत प्रवक्ता एवं पंडित दाऊ दयाल शास्त्री द्वारा यह अनुष्ठान विशेष पूजा-अर्चना द्वारा संपन्न कराया गया।  भारतीय परंपरा के अनुरूप सज धजकर, लाल रंग की नई साडी पहन कर, गाजे-बाजे के साथ चुनरी मनोरथ मे शामिल सभी महिलाएं मथुरा नगरी मे भ्रमण करती हुई बंगाली घाट आश्रम से विश्राम घाट तक शोभायात्रा निकाली गई। 

        इस अनुष्ठान मे गणेश पूजा, कैलाश पूजा, मातृका पूजा, कृष्ण तथा यमुना पूजा की जाती हैं। दो घड़ों को रंग कर कृष्ण एवं यमुना का रूप प्रदान कर उनका वर-वधु के समान श्रृंगार किया गया। अनुष्ठान में भाग लेने वाला प्रत्येक सदस्य ने उन्हें वस्त्र एवं आभूषण अर्पित किये। उनके चारों ओर भिन्न भिन्न प्रकार के 56 भोग रखे गए। मूर्तियों को अत्यंत प्रेम एवं श्रद्धा से सुसज्जित किया गया। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पंडित द्वारा श्री यमुना महारानी का पूजा-अर्चना की गई। यमुना जी के किनारे बैठकर सभी महिलाओं ने दूध, दही, हल्दी, कुमकुम इत्यादि चढ़ावे पवित्र नदी को चढ़ाए। सर्व पूजा विधि समाप्त होते ही सभी महिलाएं लाई गयी साड़ियों सहित नौकाओं पर सवार हो गई। इतनी लम्बी साड़ी ऊंची उठाकर पकड़नी बहुत कठिन चुनौती भरा कार्य था। जैसे जैसे नाव नदी के उस पार जाने के लिए आगे बढ़ रही थी वैसे वैसे रंग बिरंगी साड़ी का गट्ठा खुलता गया। यमुना नदी रंगीन साडी को धीरे धीरे ओढतो जा रही थी। भजन गीत गाते हुए सभी महिलाएं अपार आनंद के साथ अपनी अपनी मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना यमुनाजी से कर रही थी।

        इस तरह यमुनाजी को इस पार से उस पार तक 250 साड़ियों की लंबी चुनरी नौकाओं में बैठी महिलाओं ने भजन-कीर्तन गाते हुए धारण कराई। उसके बाद सभी ने मां यमुना की महाआरती की। “यमुना मैय्या की जय” के उदघोष के साथ चारों ओर यमुना मैया की जय जयकार गूँज रही थी। यमुना जी को चुनरी ओढ़ाणे का मूल्यवान अनुष्ठान कार्य सम्पूर्ण होते ही सभी महिलाओं ने एक दूसरे को बधाइयां दी।

        इस विशेष धार्मीक अनुष्ठान के लिए मथुरा जाने वालो मे राजुरा राजस्थानी महिला मंडल की पूर्व अध्यक्षा लता चांडक, वर्तमान अध्यक्षा रचना नावंधर, सरोज अडाणीया, गोपिका अडाणीया, मीना चांडक, अनिता झंवर, अर्पणा बजाज, रानी बजाज, सरिता झंवर, जयश्री झंवर, रूपा झंवर, वर्षा जैन, कलावती नावंधर, गायत्री नावंधर, दीपिका सारडा, अलका मुंदडा, संध्या मुंदडा, प्रेमलता पटेल, मोनिका शेखावत, स्वाती नावंधर, ज्योती होलानी, रेखा चांडक, रेखा शर्मा, आशा शर्मा, संगीता शर्मा, श्रद्धा शर्मा, प्रीती मंढाणिया, सुमन सोमानी, रेखा बिडला, कंचन भंडारी, अभिलाषा भंडारी, इंदू झंवर, सुषमा चांडक, संध्या मुंदडा, करुणा मालू, सोनिका मालू, मीना गुप्ता, सोनेका गुप्ता, अल्पना पोतदार, निर्मला काबरा, प्रीती खतोड, उर्मिला सोमानी, हिरा मालू, वैशाली वखारिया, मीना मुंधडा, सोनाली बजाज, अश्विनी भास्करवार आदि महिलाओं का समावेश रहा। 

Advertisement

टिप्पणी पोस्ट करा

Thanks for your response, We will reply you soon, You haven't followed Aamcha Vidarbha yet, you follow Aamcha Vidarbha now.

 
Top